भक्ति आंदोलन के प्रमुख कारण

भक्ति आंदोलन के प्रमुख कारण

भक्ति आंदोलन के प्रमुख कारण भक्ति आंदोलन के प्रमुख कारण : प्राचीन काल से ही मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति के लिए तीन मार्गों का ज्ञान दिया गया है। यह मार्ग है कर्म मार्ग, ज्ञान मार्ग और भक्ति मार्ग। धर्म और ज्ञान का अनुसरण ही भक्ति मार्ग का प्रतीक है। भक्ति का अस्तित्व भारत में प्राचीन काल … Read more

हिंदी साहित्य के आदिकाल का नामकरण

हिंदी साहित्य के आदिकाल का नामकरण

हिंदी साहित्य के आदिकाल का नामकरण एवं सीमांकन। हिंदी साहित्य के आदिकाल का नामकरण : किसी भी विषय के इतिहास को समझने के लिए उसका काल विभाजन अत्यंत अनिवार्य होता है।  काल विभाजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा ऐतिहासिक तथ्यों का सुगमता से अध्ययन किया जा सकता है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल का  हिंदी साहित्य का … Read more

लहनासिंह का चरित्र-चित्रण

‘उसने कहा था’ के आधार पर लहनासिंह का चरित्र-चित्रण

‘उसने कहा था’ के आधार पर लहनासिंह का चरित्र-चित्रण | पं. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी ‘उसने कहा था’ के आधार पर लहनासिंह का चरित्र-चित्रण | लहनासिंह का चरित्र-चित्रण  ‘उसने कहा था’ के आधार पर लहनासिंह का चरित्र-चित्रण | पं. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी ‘उसने कहा था’ के आधार पर लहनासिंह का चरित्र-चित्रण | लहनासिंह का चरित्र-चित्रण ‘उसने … Read more

सूरदास का जीवन परिचय

सूरदास का जीवन परिचय ,Biography of Surdas in Hindi

सूरदास का जीवन परिचय || Biography of Surdas in Hindi सूरदास का जीवन परिचय : सूरदास के जन्म स्थान एवं जन्मतिथि के विषय में विद्वानों में बहुत मतभेद हैं। कुछ विद्वान इनका जन्म वैशाख सुदी संवत् 1535 (सन् 1478 ई०) में स्वीकार करते हैं तथा कुछ विद्वान इनका जन्म रुनकता नामक ग्राम में संवत् 1540 … Read more

संक्षेपण अर्थ विशेषताएं और नियम

संक्षेपण अर्थ विशेषताएं और नियम

संक्षेपण : अर्थ, विशेषताएं और नियम ( Sankshepan : Arth, Visheshtayen Aur Niyam ) संक्षेपण अर्थ विशेषताएं और नियम : संक्षेपण एक कला है जिसका संबंध किसी विस्तृत विषय वस्तु या संदर्भ को संक्षेप में प्रस्तुत करने से होता है । विभिन्न संस्थानों, कार्यालयों और विद्यार्थियों के लिए इसका विशेष महत्व है । इसके अंतर्गत … Read more

समास किसे कहते हैं

समास किसे कहते हैं

Samas Class 10th ( हिंदी व्याकरण ) समास किसे कहते हैं और उसके भेद What Is Samas In Hindi । Samas In Hindi Objective Question समास क्या है ? समास किसे कहते हैं : परिभाषा — दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मिलने पर जो एक नया स्वतंत्र पद बनता है, उसे समस्तपद तथा इस … Read more

पुरस्कार कहानी का सारांश | Purskar kahani ka saar

पुरस्कार कहानी का सारांश | Purskar kahani ka saar

पुरस्कार कहानी का सारांश | Purskar kahani ka saar पुरस्कार कहानी का सारांश : कहानीकार जयशंकर प्रसाद जी की सर्वश्रेष्ठ कहानियों में से पुरस्कार भी एक है। यह एक सफल भाव – प्रधान और यथार्थवादी आदर्श कहानी है। इसका मूल उद्देश्य है – वैयक्तिक प्रेम तथा राष्ट्र प्रेम की मर्यादा का निर्वाह। प्रस्तुत कहानी का केंद्र बिंदु … Read more

कबीरदास के पदों की व्याख्या

कबीरदास के पदों की व्याख्या

कबीरदास के पदों की व्याख्या ( बी ए – हिंदी, प्रथम सेमेस्टर ) कबीरदास के पदों की व्याख्या : ( यहाँ KU, MDU, CDLU विश्वविद्यालयों द्वारा बी ए प्रथम सेमेस्टर -हिंदी की पाठ्य पुस्तक ‘मध्यकालीन काव्य कुंज’ में संकलित ‘कबीरदास’ के पदों की सप्रसंग व्याख्या दी गई है । ) कबीरदास के पदों की व्याख्या … Read more

नाटक के तत्व

नाटक के तत्त्व

नाटक के तत्व | Natak ke tattav नाटक के तत्व – नाटक साहित्य की प्राचीनतम विधा है। नाटक का अभिनय रंगमंच पर होता है, उसे देखने से दर्शक के हृदय में यथा भाव जाग्रत होते हैं, इसलिए इसे संस्कृत में दृश्य काव्य की संज्ञा दी गई है। परन्तु यहाँ हमें नाटक को साहित्य की विधा … Read more

आशा का अंत : बालमुकुंद गुप्त

आशा का अंत : बालमुकुंद गुप्त

आशा का अंत : बालमुकुंद गुप्त ( Asha Ka Ant : Balmukund Gupt )  ‘आशा का अंत’ बालमुकुंद गुप्त द्वारा लिखित एक व्यंग्य लेख है जो ब्रिटिश सरकार की शोषणकारी नीतियों व कुशासन पर तीखा प्रहार करता है । आशा का अंत : बालमुकुंद गुप्त ( Asha Ka Ant : Balmukund Gupt ) माई लार्ड! … Read more

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