Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists

Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists

Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists : In this chapter we will study about Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists in details….. Sociology Class 11 Notes Chapter 5 Indian Sociologists One of the earliest pioneers of social anthropology in India, L.K. Ananthakrishna Iyer … Read more

भारतीय समाज में धर्म की भूमिका

भारतीय समाज में धर्म की भूमिका

भारतीय समाज में धर्म की भूमिका भारतीय समाज में धर्म की भूमिका: धर्म संस्कृति का एक हिस्सा है। धर्म मानवीय जीवन से संबंधित अनेक अनेक कार्यों की पूर्ति करता है, इसी मानवीय लगाव के कारण आदि काल से लेकर वर्तमान काल तक सभी समाजों में धर्म ही दिखाई देता है। धर्म जीवन के मूल्यों का … Read more

समाजीकरण क्या है?

समाजीकरण क्या है?

समाजीकरण क्या है? समाजीकरण का अर्थ स्पष्ट कीजिए। समाजीकरण क्या है? : मनुष्य का जन्म समाज में होता है। समाज में जन्म लेने के पश्चात् वह धीरे-धीरे आसपास के वातावण के संपर्क में आता है और उससे प्रभावित होता है। प्रारंभ में मनुष्य एक प्रकार से जैविक प्राणी मात्र ही होता है; क्योंकि आहार, निद्रा … Read more

सभ्यता का अर्थ तथा परिभाषा

सभ्यता का अर्थ तथा परिभाषा

सभ्यता का अर्थ तथा परिभाषा सभ्यता का अर्थ तथा परिभाषा : प्रायः संस्कृति और सभ्यता के अर्थों में भ्रम पैदा हो जाती है। अधिकतर लोगों द्वारा इनको एक-दूसरे के पर्यायवाची के रूप में प्रयोग किया जाता है, परंतु यदि ध्यानपूर्वक देखा जाए तो दोनों में स्पष्ट अंतर दिखाई देता है। गंग्वृति के दो पक्ष होते … Read more

संस्कृति का अर्थ तथा परिभाषाएँ

संस्कृति का अर्थ तथा परिभाषाएँ

संस्कृति का अर्थ तथा परिभाषाएँ संस्कृति का अर्थ तथा परिभाषाएँ : संस्कृति समाजशास्त्र की प्रमुख संकल्पना है। समाजशास्त्र में संस्कृति को सीखे हुए व्यवहार प्रतिमानों तथा सामाजिक विरासत के आधार पर समझाने का प्रयास किया जाता है। प्रत्येक समाज की अपनी भिन्न संस्कृति होती है। संस्कृति में समाजशास्त्रियों की रुचि इसलिए है क्योंकि संस्कृति तथा … Read more

सामाजिक आदर्शों का अर्थ एवं परिभाषा

सामाजिक आदर्शों का अर्थ एवं परिभाषा

सामाजिक आदर्शों का अर्थ एवं परिभाषा सामाजिक आदर्शों का अर्थ एवं परिभाषा : किसी समाज में व्यवहार करने के जो नियम हैं उन्हें सामाजिक आदर्श कहा जाता है। इन्हीं आदर्शो से हमें उचित-अनुचित का पता चलता है और इन्हीं से समाज की आचरण संबंधी प्रत्याक्षाएँ विकसित होती हैं। सामाजिक आदर्शों से ही हमें पता चलता … Read more

सामाजिक मूल्यों का अर्थ तथा परिभाषा

सामाजिक मूल्यों का अर्थ तथा परिभाषा

सामाजिक मूल्यों का अर्थ तथा परिभाषा सामाजिक मूल्यों का अर्थ तथा परिभाषा : सामाजिक मूल्य समाज के प्रमुख तत्त्व हैं तथा इन्हीं मूल्यों के आधार पर हम किसी समाज की प्रगति, उन्नति, अवनति अथवा परिवर्तन की दिशा निर्धारित करते हैं। इन्हीं मूल्यों द्वारा व्यक्तियों की क्रियाएँ निर्धारित की जाती हैं तथा इससे समाज का प्रत्येक … Read more

अनुपालन का अर्थ तथा परिभाषाएँ

अनुपालन का अर्थ तथा परिभाषाएँ

अनुपालन का अर्थ तथा परिभाषाएँ अनुपालन का अर्थ तथा परिभाषाएँ : ‘अनुपालन’ समाजशास्त्र की प्रमुख संकल्पना है। अनुपालन का अर्थ व्यक्तियों द्वारा समाज की मान्यताओं के अनुकूल व्यवहार करना है। इसकी विपरीत स्थिति को ‘विचलन’ कहते हैं जिसका अर्थ समाज के आदर्शों एवं मान्यताओं से हटकर व्यवहार करना है। यद्यपि समाज के अधिकांश व्यक्ति समाज … Read more

व्यक्तित्व का अर्थ और परिभाषाएँ 

व्यक्तित्व का अर्थ और परिभाषाएँ 

व्यक्तित्व का अर्थ और परिभाषाएँ व्यक्तित्व का अर्थ और परिभाषाएँ  : ‘व्यक्तित्व’ शब्द का साधारण बोल-चाल में बहुत अधिक प्रयोग होता है। प्रत्येक बालक भी अपने व्यक्तित्व के विकास एवं निखार के प्रति सजग रहता है। अन्य व्यक्तियों के व्यक्तित्व का भी भिन्न-भिन्न दृष्टिकोण से निरंतर मूल्यांकन किया जाता रहता है। फिल्मी कलाकारों, राजनीतिक नेताओं, … Read more

समाजीकरण का अर्थ और परिभाषा

समाजीकरण का अर्थ और परिभाषा

समाजीकरण का अर्थ और परिभाषा समाजीकरण का अर्थ और परिभाषा : मनुष्य का जन्म समाज में होता है। समाज में जन्म लेने के पश्चात् वह धीरे-धीरे आस-पास के वातावरण के संपर्क में आता है और उससे प्रभावित होता है। समाजीकरण का अर्थ और परिभाषा प्रारंभ में मनुष्य एक प्रकार से जैविक प्राणी मात्र होता है; … Read more

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