स्वागत शायरी इन हिंदी फॉर एंकरिंग | Deep Prajjwalan Shayri | मंच संचालन स्वागत शायरी
स्वागत शायरी इन हिंदी फॉर एंकरिंग : दीप प्रज्वलन का हमारे धर्मग्रंथों में आध्यात्मिक एवं पौराणिक उल्लेख रहा है जो विभिन्न युगों के ईश्वरीय अवतारों के कालक्रम से लेकर वर्तमान समय तक उसी निष्ठा और भक्ति के साथ चलता आ रहा है। यह क्रम जीवन के सम्पूर्ण वाङमय के सम-विषम परिस्थितियों में समन्वय तथा प्रकृति के अनुसार संचालन का बोध स्पष्ट करता है।
स्वागत शायरी इन हिंदी फॉर एंकरिंग
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योति नमोऽस्तुते ॥
दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन: ।
दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तुते ॥
जो शुभ करता है, कल्याण करता है, आरोग्य रखता है, धन संपदा देता है और शत्रु बुद्धि का विनाश करता है, ऐसे दीप की रोशनी को मैं नमन करता हूँ॥
एक दिव्य प्रकाश का दिव्य हाथों हुआ पदार्पण है
ज्योत से ज्योत सजी, सज गया विद्यालय का प्रांगण है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा सत सत अभिन्नन्दन है।
दीप प्रज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उजयारा है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा सत सत अभिन्नन्दन है।
अल्फाज़ो में कैसे जिक्र करू में आपका,
लफ्ज़ भी कम पड़ जायेंगे
आप तो वो फूल हो
जो हर बाग में नही खिलते।
पधारे गए अथिति को मेरा भावपूर्वक अभिवादन।
चरण कमल सरोज़ो में मेरा वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा भावपूर्वक अभिन्नन्दन है।
सदा न कोयल बोलती, सदा न खिलते फूल
ऐसे अथिति पधारते जब भाग्य हो अनुकुल।
मंच संचालन स्वागत शायरी

तारो ने खुशिया बिखेरी
सितारों ने महफ़िल लगाई है
आपके आगमण में तो
मौसम ने भी अपनी खूबसूरती बिछायी है।
खुशिया नग्मे बिखेर रही है
दबे दबे पावो से कुछ कह रही है
आज दिन कुछ खास है
पधारे आज प्रांगण में खास मेहमान है
तालियो के साथ स्वागत कर इनका
क्योंकि यह हमारी महफ़िल की जान है।
हाथों में सुरभित चंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा कोटि कोटि वंदन है।
खुशियों से सजी शाम है
जश्न का मोहाल है
इस बीच पधार रहे हमारे खास मेहमान है
तालियों के साथ करे इनका स्वागत बारंबार है।
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