फल शब्द के रूप- Fal Shabd Roop | Fal Shabd Roop In Sanskrit: फल शब्दस्य रूपाणि संस्कृते
फल शब्द के रूप- Fal Shabd Roop | Fal Shabd Roop In Sanskrit: फल शब्दस्य रूपाणि संस्कृते
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शब्द रूपों से तरह तरह के सवाल पूछे जाते हैं। शब्द रूपों का ज्ञान होना संस्कृत सीखने के लिए भी बहुत ज्यादा जरूरी है। यदि आप शब्द रूप एवं धातुरूप याद कर लेते हैं तो आप आसानी से संस्कृत बोल सकते हैं।
फल शब्द के रूप
किसी भी शब्द रूप अथवा धातु रूप को पढने अथवा जानने के लिए इस वेबसाइट में संस्कृत सर्च करें। शब्द रूप की इस पाठमाला में आज हम फल शब्द रूप (Fal Shabd Roop) प्रस्तुत कर रहे हैं।
फल शब्द रूप टिप्स व ट्रिक्स के साथ बहुत सरल तरीके से दिए जा रहे हैं। तो आइये, फल शब्द रूप संस्कृत (Fal Shabd Roop In Sanskrit) आसानी से समझिए।
फल शब्द का अर्थ- Fal Shabd Meaning
फल शब्द मूल रूप से संस्कृत भाषा का शब्द है जो कि हिंदी में भी ऐंसे ही प्रयोग किया जाता है। फल शब्द का अर्थ- फलना अथवा वृक्ष का सस्य भाग होता है। संस्कृत व हिंदी में फल शब्द- परिणाम (Result) के अर्थ में भी प्रयोग किया जाता है। अंग्रेजी में फल को Fruit कहते हैं।
फल शब्द का लिंग बताइए – Fal Shabd Ka Ling Bataiye
किसी ने यह सवाल पूछा है कि फल शब्द का लिंग क्या है। फल शब्द नित्य नपुंसक लिंग का शब्द है। अतः फल शब्द के रूप – फलम्, फले, फलानि इस प्रकार नपुंसक लिंग में ही चलते हैं।
फल शब्द का परिचय- Fal Shabd Introduction
फल शब्द संस्कृत में नपुंसक लिंक का शब्द है। यह नित्य नपुंसक लिंग में प्रयोग किया जाता है। अर्थात् फल शब्द- स्त्रीलिंग अथवा पुलिंग में नहीं चलते हैं। फल शब्द संस्कृत की फल धातु से अच् प्रत्यय करने पर बनता है। संस्कृत में फल शब्द की व्युत्पत्ति के विषय में निम्न विवरण मिलता है।
फल + अच् = फलम् । १ वृक्षादीनां शस्ये २ लाभे ३ फलके (ढाल) ४ कर्ये ५ उद्देश्ये ६ प्रयोजने इति अमरकोशः। ७ जातीफले ८ त्रिफलायां ९ कक्कोले इति मेदिनीकोशः। १० बाणाग्रे ११ आर्त्तवे शब्दर० १२ फाले हेम० १३ दाने धर० । १४ मुष्के च । १५ कुटजवृक्षे पु० शब्दकल्पद्रुमः । १६ धात्वर्थनिष्पाद्ये प्रधानोद्देशे प्रयोजने “स्वरितञित आत्मनेपदं कर्त्त्रभिप्राये क्रियाफले” पा० ।
फल शब्द रूप- Fal Shabd Roop- फल शब्द रूप संस्कृत- Fal Shabd In Sanskrit
फल शब्द रूप संस्कृत- Balika Shabd Roop | |||
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमा | फलम् | फले | फलानि |
द्वितीया | फलम् | फले | फलानि |
तृतीया | फलेन | फलाभ्याम् | फलैः |
चतुर्थी | फलाय | फलाभ्याम् | फलेभ्यः |
पंचमी | फलात् | फलाभ्याम् | फलेभ्यः |
षष्ठी | फलस्य | फलयोः | फलानाम् |
सप्तमी | फले | फलयोः | फलेषु |
सम्बोधन | हे फलम् | हे फले | हे फलानि |
फल शब्द की रूप सिद्धि- Fal Shabd Roop Sanskrit Sutras
संस्कृत में फल शब्द प्रातिपदिक से (स्वौजसमौटछष्टाभ्याम्० इति सूत्रेण सु इति प्रत्यये कृते) इस सूत्र से सु प्रत्यय करने पर नपुंसक लिंग में- सु के स्थान पर (अतोsम् – इति सूत्रेण अमादेशे कर्तव्ये)
इस सूत्र से अमादेश करने पर – फलम् शब्द सिद्ध होता है। इस प्रकार- फल के अन्य सभी विभक्तियों में रूप बनते हैं।
फल शब्द के रूप रोमन लिपि में- Fal Shabd Roop Roman Lipi
Fal Shabd Roop Sanskrit in Roman Lipi (English) | |||
Ekvachan | Dwivachan | Bahuvachan | |
Prathamā | Falam | Fale | Falāni |
Dwitiyā | Falam | Fale | Falāni |
Tritiyā | Falena | Falabhyām | Falaih |
Chaturthi | Falāya | Falabhyām | Falebhyah |
Panchmi | Falāt | Falabhyām | Falebhyah |
Shasti | Falasya | Falayoh | Falanam |
Saptami | Fale | Falayoh | Faleshu |
Sambodhan | Hey falam | Hey fale | Hey falāni |
फल शब्द रूप से संबंधित पूछे गये सवाल – FAQs
- फल को संस्कृत में कैसे लिखें?
उत्तर- फल शब्द को संस्कृत में- फलम्,फले, फलानि लिखते हैं। उदाहरण के लिए- अहं फलं खादामि। (मैं फल खाता हूँ।)
- फल शब्द तृतीया विभक्ति एकवचन क्या होगा?
उत्तर- फल शब्द की तृतीया विभक्ति एकवचन में- “फलेन” यह रूप बनता है। उदाहरण वाक्य- फलेन स्वास्थ्यं सम्यक् भवति। (फल से स्वास्थ्य सही रहता है।)
- फल की द्वितीया विभक्ति क्या है?
उत्तर- फल शब्द की द्वितीया विभक्ति में- फलम्, फले, फलानि ये रूप बनते हैं।
- फलानि वचन क्या है?
उत्तर- फलानि- इस फल शब्द रूप में प्रथमा व द्वितीया विभक्ति का बहुवचन है। इसका अर्थ होता है- बहुत सारे फल।
- फल धातु रूप- क्या है?
उत्तर- अंजना भद्री जी ने बहुत अच्छा सवाल किया है। एक ओर जहाँ फल शब्द रूप की बात हो रही है। वहीं ध्यान देने वाली बात है कि फल शब्द के धातु रूप भी चलते हैं। – फलति, फलतः, फलन्ति आदि फल धातुरूप हैं। इसका अर्थ होता है- फलना, फूलना।
- “फलम्‘ शब्द के तृतीया बहुवचन का रूप कौन है ?
उत्तर- फलम् शब्द की तृतीया बहुवचन में- “फलैः” यह रूप बनता है। इसका अर्थ होता है- बहुत सारे फलों के द्वारा।
फल शब्द रूप के वाक्य- Fal Shabd Roop Sentences In Sanskrit
- फलं स्वास्थ्यवर्धकं भवति।- फल स्वास्थ्य वर्धक होता है।
- फलेषु आम्रम् अतिमधुरं भवति।- फलों में आम अति मीठा होता है।
- भवान् फलं खादति किम्?- आप फल खाते हैं क्या
- भवते किं फलं रोचते।- आपको कौन सा फल अच्छा लगता है।
- स्थाल्यां कति फलानि सन्ति?- थाली में कितने फल हैं।

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