हिंदी की विधाओं की प्रथम रचना

हिंदी की विधाओं की प्रथम रचना

हिंदी की विधाओं की प्रथम रचना : आजकल की प्रतियोगी परीक्षाओं में कुछ प्रश्न इस प्रकार से भी पूछे जाते हैं। जैसे हिंदी में प्रथम कवि, उपन्यास, रचना, कहानी व नाटक। हिंदी में क्या प्रथम है? उसको याद करना ही पड़ेगा। साथ मैं आजकल कुछ प्रश्न हिंदी की प्रमुख संस्थाओं से भी पूछे जाने लगे हैं। जिनकी जानकारी भी नीचे दी गई है।

हिंदी में प्रथम

हिंदी का प्रथम कवि – सरहपा

हिन्दी की प्रथम रचना – श्रावकाचार (देवसेन)

हिन्दी का प्रथम उपन्यास – परीक्षा गुरु (श्रीनिवास दास)

हिंदी का प्रथम मौलिक नाटक – नहुष (गोपालचंद्र)

हिंदीकी प्रथम आत्मकथा – अर्द्धकथानक (बनारसी दास जैन)

हिंदी की प्रथम जीवनी – दयानंद दिग्विजय (गोपाल शर्मा)

हिंदी का प्रथम रिपोर्ताज – लक्ष्मीपुरा (शिवदान सिंह चौहान)

हिंदी का प्रथम यात्रा संस्मरण – लंदन यात्रा (महादेवी वर्मा)

हिंदी के प्रथम मौलिक कहानी – इंदुमती (किशोरी लाल गोस्वामी)

हिंदी की प्रथम वैज्ञानिक कहानी – चंद्रलोक की यात्रा (केशव प्रसाद सिंह)

हिंदी का प्रथम गद्य काव्य – साधना (राय कृष्णदास)

हिंदी की विधाओं की प्रथम रचना

हिंदी खड़ी बोली का प्रथम काव्य ग्रंथ – एकांतवासी योगी (श्रीधर पाठक)

हिंदी की प्रथम अतुकांत रचना – प्रेम पथिक (जयशंकर प्रसाद)

हिंदी छायावाद का प्रथम काव्यसंग्रह – झरना (जयशंकर प्रसाद)

शुद्ध एवं परिमार्जित खड़ी बोली के प्रथम लेखक – रामप्रसाद निरंजनी

हिंदी खड़ी बोली का प्रथम गद्य ग्रंथ – भाषा योग वशिष्ठ

दक्षिण भारत में हिंदी खड़ी बोली में साहित्य सर्जन करने वाले प्रथम – मुल्लावजही

हिंदी खड़ी बोली के प्रथम प्रतिष्ठित कवि – अमीर खुसरो

हिंदी साहित्य का प्रथम महाकाव्य – पृथ्वीराज रासो (चंदबरदाई)

हिंदी का प्रथम वक्रोक्ति कथात्मक महाकाव्य – पद्मावत (जायसी)

हिंदी का प्रथम महाकाव्य – पद्मावत (जायसी)

हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य –प्रियप्रवास (हरिऔध)

हिंदी खड़ी बोली के प्रथम रचना – चंद छंद बरनन की महिमा (गंग कवि)

हिंदी में दोहा चौपाई का सर्वोत्तम प्रयोगकर्ता – सरहपाद

प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन – 1975 नागपुर

हिंदी का प्रथम गीतिनाट्य – करुणालय (प्रसाद)

रससूत्र के प्रथम व्याख्याता – भट्टलोलक (उत्पत्तिवाद)

हिंदी में रीतिकाल का प्रथम ग्रंथ – हिततरंगिणी (कृपाराम)

आधुनिक हिंदी का प्रथम अभिनीत नाटक – जानकी मंगल (शीतला प्रसाद त्रिपाठी)

‘गीतिकाव्य’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग – कुसुममाला की भूमिका में (लोचन प्रसाद पांडे)

हिंदी की विधाओं की प्रथम रचना

साधारणीकरण का सर्वप्रथम प्रयोग – भट्ट नायक

हिंदी का प्रथम एकांकी – एक घूंट (जयशंकर प्रसाद)

हिंदी में काव्यशास्त्र की प्रथम पुस्तक – साहित्यलहरी (सूरदास)

सूफी प्रेमाख्यान का प्रथम काव्य – चंदायन (मुल्लादाउद)

हिंदी साहित्य में छंद शास्त्र की प्रथम रचना – छंदमाला

हिंदी में रीति सिद्धांत के प्रथम प्रस्तोता – आचार्य केशवदास

हिंदी का प्रथम गीत रचयिता – विद्यापति

हिंदी में प्रयोगवाद शब्द का सर्वप्रथम प्रयोगकर्ता – नंददुलारे वाजपेई

हिंदी में नई कविता शब्द का सर्वप्रथम नामकरणकर्ता – अज्ञेय

हिन्दी का प्रथम रेखाचित्र संकलन – पदंपराग (पद्दम सिंह शर्मा)

हिन्दी आलोचना की प्रथम पुस्तक – हिंदी कालिदास की आलोचना

हिंदी में प्रथम तुलनात्मक आलोचना – पदमसिंह शर्मा

हिंदी के प्रथम मार्क्सवादी आलोचक – डा शिवदान सिंह चौहान

प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम सभापति – मुंशी प्रेमचंद

राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष – बाल गंगाधर खरे

हिंदी का प्रथम साप्ताहिक पत्र – उदंत मार्तण्ड

हिंदी का प्रथम दैनिक पत्र – समाचार सुधावर्षण

हिंदी की प्रथम पत्रिका – संवाद कौमुदी

हिंदी साहित्य परिषद के प्रथम अध्यक्ष – पुरुषोत्तम दास टंडन

नाटक संबंधी प्रथम सैद्धांतिक ग्रंथ – रूपक रहस्य (श्याम सुन्दर दास)

हिंदी साहित्य के लिए प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार – सुमित्रानंदन पंत(चिदंबरा)

हिंदी साहित्य के लिए प्रथम साहित्य अकादमी पुरस्कार – माखनलाल चतुर्वेदी (हिम तरंगिणी)

हिंदी के लिए प्रथम व्यास सम्मान – डॉ रामविलास शर्मा (भारत के भाषा परिवार और हिंदी)

हिंदी के लिए प्रथम सरस्वती सम्मान – डॉ हरिवंश राय बच्चन आत्मकथा

हिंदी की प्रमुख स्थापनाएं

राष्ट्रीय नाटक अकादमी की स्थापना – 1959 ई

केंद्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना – 1960 ई

संविधान में हिंदी को मान्यता – 14 सितम्बर 1949ई

राजभाषा आयोग का गठन – जून 1955 ई

नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना – 1893 ई

फोर्ट विलियम कालेज की स्थापना – 1801 ई

प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना – 1936 ई

संगीत नाटक अकादमी की स्थापना – 1953 ई

अखिल भारतीय संगीत परिषद – 1919 ई

असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना – 1938 ई

हिंदी विद्यापीठ मुंबई की स्थापना – 1938 ई

केंद्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना – 1960 ई

 इसे भी पढ़ें : आदिकाल के प्रमुख कवि और उनकी रचनाएँ 

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