Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer : प्रश्न उत्तर
Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer Hindi Aroh Chapter 8 , जामुन का पेड़ कक्षा 11 के प्रश्न उत्तर हिंदी आरोह पाठ 8 ,
Jamun Ka Ped Class 11 MCQ | जामुन का पेड़ कक्षा 11 MCQ
- “जामुन का पेड़” के लेखक कौन हैं – श्री कृश्नचंदर
- जामुन का पेड़ कैसी कथा है – हास्य व्यंग कथा
- रात को बड़ी जोर से क्या चला था – झक्कड़ (आंधी – तूफान)
- जोर की आंधी आने से किसके लाँन पर खड़ा जामुन का गिर पड़ा – सचिवालय के
- सचिवालय के लोन में कौन सा पेड़ गिरा था –जामुन का
- जामुन का पेड़ कैसा था – फलदार
- पेड़ के नीचे दबे हुए आदमी को सबसे पहले किसने देखा था – माली ने
- किसने कहा कि पेड़ के नीचे दबा आदमी निकाला जा सकता है – माली ने
- “बेचारा जामुन का पेड़ कितना फलदार था”। यह कथन किसका था – क्लर्क का
- व्यापार विभाग ने गिरे पेड़ का मामला किसे सौंप दिया – कृषि विभाग को
- पेड़ का संबंध किस विभाग से माना गया – कृषि विभाग से
- दबे आदमी के कवि होने का पता चलने के बाद फाइल का संबंध किस विभाग से माना गया – कल्चर विभाग
- पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को किसने खाना खिलाया – माली ने
- मेडिकल डिपार्टमेंट ने जांच के लिए किसे भेजा था – प्लास्टिक सर्जन को
- लेखक की नवप्रकाशित रचना का क्या नाम था – ओस के फूल
- लेखक के मर जाने के बाद किसे वजीफा दिया जा सकता था – पत्नी को
- लोगों का सैलाब दबे हुए आदमी को देखने के लिए क्यों उमड़ पड़ा – क्योंकि वह एक शायर /कवि था
- दबा व्यक्ति पेशे से क्या था –कवि / शायर
- शायर का उपनाम क्या था –ओस
- “तुम्हारी फाइल चल रही है , उम्मीद है कल तक फैसला हो जाएगा”।यह कथन किसका है – माली का
- प्रधानमंत्री के सामने यह मामला किसने रखा – विदेश विभाग ने
- पेड़ काटने का अंतिम आदेश किसने दिया – प्रधानमंत्री ने
- सारी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी किसने अपने सिर पर ले ली थी – प्रधानमंत्री ने
Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer
जामुन का पेड़ कक्षा 11 के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1.
बेचारा जामुन का पेड़ कितना फलदार था।
और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थी।
(क)
ये संवाद कहानी के किस प्रसंग में आए हैं ?
उत्तर – रात में चली तेज आंधी के कारण जामुन का पेड़ उखड़ कर सचिवालय के लाँन में गिर गया था। सुबह जब माली ने आकर देखा तो उस पेड़ के नीचे एक आदमी दबा हुआ था। माली ने इस बात की सूचना चपरासी को और चपरासी ने क्लर्क को दी। इस बात का पता चलते ही उस पेड़ के आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई जो उपरोक्त बातें करने लगी।
(ख) इससे लोगों की कैसी मानसिकता का पता चलता है ?
उत्तर – इन बातों से लोगों की संवेदनहीनता व स्वार्थीपन का पता चलता है। क्योंकि जामुन के पेड़ के गिरने से होने वाले नुकसान के बारे में तो सभी लोग सोच रहे थे हैं लेकिन पेड़ के नीचे दबे हुए व्यक्ति व उसके कष्टों के बारे में कोई नहीं सोच रहा था।
प्रश्न 2. दबा हुआ आदमी एक कवि है। यह बात कैसे पता चली और इसकी जानकारी का फाइल की यात्रा पर क्या असर पड़ा ?
उत्तर- रात को माली ने पेड़ के नीचे दबे उस व्यक्ति को खिचड़ी खिलाई और उसे उम्मीद बंधाई कि कल तक उसे इस पीड़ा से मुक्ति मिल जाएगी क्योंकि इस मामले में कल सभी सचिवों की मीटिंग होने वाली हैं। इस बात को सुनते ही पेड़ के नीचे दबे हुए आदमी ने कराहते हुए एक शायरी सुना दी। दबे हुए आदमी के मुहं से शायरी सुनकर माली को उसके शायर होने के बारे में पता चला।
धीरे-धीरे यह बात पूरे सचिवालय व शहर में फैल गई और जो मामला सचिवों की मीटिंग में सुलझाया जाना था। उसमें और देरी की संभावना बढ़ गई क्योंकि मीटिंग में दबे हुए व्यक्ति के कवि होने के बारे में पता चलते ही उसके मामले को कल्चरल विभाग को सौंप दिया गया। कल्चरल विभाग और विदेश विभाग के निर्णय लेने में देरी के कारण व्यक्ति की मौत हो गई।
प्रश्न 3. कृषि विभाग वालों ने मामले को हॉर्टिकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे क्या तर्क दिया ?
उत्तर –कृषि विभाग वालों ने मामले को हॉर्टिकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे यह तर्क दिया कि कृषि विभाग अनाज और खेती-बाड़ी के मामलों को देखता है जबकि जामुन का पेड़ एक फलदार पेड़ होता है। इसीलिए यह मामला हॉर्टिकल्चर विभाग के अंतर्गत आता है।
प्रश्न 4. इस पाठ में सरकार के किन – किन विभागों की चर्चा की गई है और पाठ से उनके कार्य के बारे में क्या अंदाजा मिलता है ?
अथवा
इस कहानी में कुल कितने डिपार्टमेंट्स की चर्चा की गई है ?
उत्तर- इस पाठ में निम्नलिखित विभागों की चर्चा की गई है।
- कृषि विभाग – यह कृषि संबंधी कार्यो की देखरेख करता है।
- व्यापार विभाग- देशभर में होने वाले व्यापार से संबंधित कार्यों की देखरेख करता है।
- हॉर्टिकल्चर विभाग – यह विभाग बागवानी और उसके रखरखाव के मामलों को देखता है।
- कल्चरल विभाग – यह विभाग कला , गीत – संगीत , नाट्य व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन करता है।
- फॉरेस्ट विभाग – जंगल व जंगली जीव – जंतुओं की देखरेख का जिम्मा इसी विभाग का है।
- विदेश विभाग – अंतरराष्ट्रीय संबंधों व मामलों की देखरेख और उनसे संबंधित नीति – नियम बनाना और उनका क्रियान्वयन करना इसी विभाग का कार्य है।
प्रश्न 5. जामुन के पेड़ का रोपण किसके द्वारा हुआ था ?
उत्तर –जामुन का पेड़ दस साल पहले पीटोनिया राज्य के प्रधानमंत्री द्वारा लगाया गया था।
प्रश्न 6. जामुन का पेड़ कहानी का क्या उद्देश्य है ?
उत्तर – “जामुन का पेड़” कहानी में आधुनिक समय की सच्चाई को दिखाया गया है। आजकल लोग आत्म केंद्रित होकर सिर्फ अपने हित व स्वार्थ के बारे में ही सोचते हैं , दूसरे की पीड़ा से उन्हें कोई मतलब नहीं रहता है।
कहानी का मूल उद्देश्य यह है कि हमें स्वार्थ रहित होकर और परिणाम की चिंता करे बैगर , सदैव दूसरों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। अपने दिल में सभी लोगों के लिए दया , करुणा व परोपकार की भावना रखते हुए जीना चाहिए।
प्रश्न 7. “उसके जीवन की फाइल मुकम्मल हो चुकी थी”। इस बात का क्या आशय है ?
उत्तर –“उसके जीवन की फाइल मुकम्मल हो चुकी थी” पंक्ति से आशय यह है कि एक सरकारी विभाग के आफिस से दूसरे सरकारी विभाग के ऑफिस में फाइल सरकते – सरकते , फैसला आने में इतनी देर हो गई कि व्यक्ति की मृत्यु हो गई अर्थात उसके जीवन की फाइल ही बंद हो गई।
प्रश्न 8. बागवानी विभाग के सचिव ने क्या जवाब भेजा था ?
उत्तर – हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के साहित्य प्रेमी सचिव ने जबाब में कहा कि …..
“आश्चर्य है , इस समय जब हम “पेड़ लगाओ” स्कीम को ऊंचे स्तर पर चला रहे हैं। हमारे देश में ऐसे सरकारी ऑफिसर मौजूद है जो पेड़ों को काटने का सुझाव देते हैं और वह भी एक फलदार पेड़ को और वह भी जामुन के पेड़ , जिसके फल जनता बड़े चाव से खाती है। हमारा विभाग किसी भी हालत में इस फलदार वृक्ष को काटने की इजाजत नहीं दे सकता है”।
प्रश्न 9. जामुन के पेड़ के नीचे आदमी कैसे दब गया ?
उत्तर –रात में तेज आंधी आने के कारण जामुन का पेड़ सचिवालय के लाँन पर अचानक आ गिरा जिसके नीचे एक व्यक्ति दब गया था ।
पाठ के आस-पास
प्रश्न 1. कहानी में दो प्रसंग ऐसे हैं जहां लोग पेड़ के नीचे दबे आदमी को निकालने के लिए कटिबद्ध होते हैं। ऐसा कब कब होता है और लोगों का यह संकल्प दोनों बार किस वजह से भंग हो जाता है ?
उत्तर –
- जैसे ही सचिवालय के कर्मचारियों को इस बात का पता चलता है कि जामुन के पेड़ के नीचे एक आदमी दबा हुआ है। कुछ मनचले क्लर्कों ने कानून की परवाह किए बिना पेड़ को हटाकर उस व्यक्ति को बाहर निकालने का निश्चय किया। वो अपने इस कार्य को अंजाम देने ही वाले थे कि सुपरिंटेंडेंट ने उन्हें यह कह कर रोक दिया कि जामुन का पेड़ कृषि विभाग के अंतर्गत आता है। इसीलिए उनकी अनुमति के बिना पेड़ को हटाया नहीं जा सकता है।
- जैसे ही वन विभाग के कर्मचारी अपने औजार लेकर पेड काटने पहुंचे तो विदेश विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें पेड़ काटने से रोक दिया। उनका कहना था कि दस साल पहले यह जामुन का पेड़ पीटोनिया राज्य के प्रधानमंत्री ने लगाया था। इसीलिए इसको काटने से दोनों राज्यों के संबंध बिगड़ सकते हैं।
प्रश्न 2.यह कहना कहां तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ -साथ करुणा की भी अंतर्धारा है। अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दो ?
उत्तर –मैं इस बात से पूर्ण रूप से सहमत हूं कि इस कहानी में हास्य के साथ-साथ करुणा की भी अंतर्धारा है जो कहानी में कई जगह पर उभर कर आती है।
- कहानी की शुरुआत में ही जब जामुन के पेड़ के आसपास लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है तो वो सभी लोग जामुन के पेड़ के गिरने से चिंतित दिखाई देते हैं लेकिन पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति का कष्ट किसी को नहीं दिखाई देता है।
- एक मनचला व्यक्ति पेड़ को सुरक्षित बचाने के लिए आदमी को ही दो भागों में काटने की बात करता है।
- कहानी के अंत में जब तक पेड़ हटाकर व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालने का फैसला आता है तब तक व्यक्ति की मौत हो जाती हैं और उसके मुंह के भीतर चीटियों की एक लंबी लाइन लग चुकी होती है।
प्रश्न 3. यदि आप माली की जगह होते , तो हुकूमत के फैसले का इंतजार करते या नहीं। अगर हां तो क्यों और अगर नहीं तो क्यों ?
उत्तर – अगर मैं माली की जगह होता , तो मैं हुकूमत के फैसले का इंतजार नहीं करता क्योंकि एक जड़ से उखड़ चुके पेड़ के लिए मैं एक जिंदा आदमी की जिंदगी कुर्बान नहीं करता। इसीलिए मैं हुकूमत का फैसला आने से पहले ही लोगों की सहायता से उस पेड़ को हटाकर उस व्यक्ति की जान बचाने की भरपूर कोशिश करता।
Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer
शीर्षक सुझाइए ?
प्रश्न 1 . कहानी के वैकल्पिक शीर्षक सुझाइए ? निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान में रखकर शीर्षक गढ़े जा सकते हैं ?
उत्तर- (क) कहानी में चार बार फाइल का जिक्र आया है और अंत में दबे हुए आदमी के जीवन की फाइल पूर्ण होने की बात कही है।
उत्तर- जीवन की फाइल
(ख) सरकारी दफ्तरों की लंबी और विवेकहीन कार्यप्रणाली की ओर बार – बार इशारा किया गया है।
उत्तर- सुस्त सरकारी कार्यप्रणाली / जानलेवा सरकारी कार्यप्रणाली
(ग) कहानी का मुख्य पात्र उस विवेकहीनता का शिकार हो जाता है।
उत्तर- विवेकहीनता के दुष्परिणाम
Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer
भाषा की बात
प्रश्न 1. नीचे दिए गए अंग्रेजी शब्दों के हिंदी प्रयोग लिखिए ?
उत्तर-
- अर्जेंट -अति आवश्यक
- फॉरेस्ट -जंगल
- डिपार्टमेंट – विभाग
- मेंबर – सदस्य
- डिप्टी सेक्रेटरी – उपसचिव
- चीफ सेक्रेटरी – प्रधान सचिव
- मिनिस्टर – मंत्री
- अंडर सेक्रेट्री – अपर सचिव
- हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट – उद्यान विभाग
- एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट – कृषि विभाग
प्रश्न 2.
“इसकी चर्चा शहर में भी फैल गई और शाम तक गली – गली से शायर जमा होने शुरू हो गए”।
यह एक संयुक्त वाक्य है जिसमें दो स्वतंत्र वाक्यों को समानाधिकरण समुच्चयबोधक शब्द “और” से जोड़ा गया है।
संयुक्त वाक्य को इस प्रकार सरल वाक्य में बदला जा सकता है।
“इसकी चर्चा शहर में फैलते ही शाम तक गली -गली से शायर जमा होने शुरू हो गए”।
पाठ में से पांच संयुक्त वाक्यों को चुनिए और उन्हें सरल वाक्य में रूपांतरित कीजिए ?
उत्तर –
संयुक्त वाक्य – माली ने अचंभे से मुंह में अंगुली दबा ली और चकित भाव से बोला।
सरल वाक्य – माली अचंभे से मुंह में उंगली दबा कर चकित भाव से बोला।
संयुक्त वाक्य – इतना बड़ा कवि “ओस के फूल” का लेखक और हमारी अकेडमी का मेंबर नहीं हैं।
सरल वाक्य – “ओस के फूल” का लेखक इतना बड़ा कवि होते हुए भी हमारी एकेडमी का मेंबर नहीं है।
संयुक्त वाक्य – जामुन का पेड़ चूंकि फलदार पेड़ है। इसीलिए यह पेड़ हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है।
सरल वाक्य – जामुन का पेड़ फलदार पेड़ होने के कारण हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है।
संयुक्त वाक्य – आधा आदमी उधर से निकल आएगा और पेड़ वही का वही रहेगा।
सरल वाक्य – आधा आदमी के उधर से निकल आने पर पेड़ वही का वही रहेगा।
संयुक्त वाक्य – कल यह पेड़ काट दिया जाएगा और तुम इस संकट से छुटकारा हासिल कर लोगे।
सरल वाक्य – कल इस पेड़ के कटते ही तुम इस संकट से छुटकारा हासिल कर लोगे।
प्रश्न 3. साक्षात्कार अपने आप में एक विधा है। जामुन के पेड़ के नीचे दबे आदमी के फाइल बंद होने (मृत्यु) के लिए जिम्मेदार किसी एक व्यक्ति का काल्पनिक साक्षात्कार करें और लिखें ?
उत्तर – मैं दबे हुए व्यक्ति की मृत्यु के लिए सुपरिंटेंडेंट को ही जिम्मेदार मानता हूं क्योंकि अगर वह तुरंत उस पेड़ को हटाने का आदेश दे देता , तो व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकता था। इसीलिए मैं सुपरिंटेंडेंट का साक्षात्कार करना चाहूंगा , जो निम्न हैं।
साक्षात्कारकर्ता – क्या आप ही व्यापार विभाग के सुपरिटेंडेंट हैं।
सुपरिटेंडेंट- जी हां।
साक्षात्कारकर्ता – आपके सचिवालय के लाँन में जामुन के पेड़ के नीचे दबने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे।
सुपरिटेंडेंट- हां , बड़े दुःख की बात हैं , पेड़ की नीचे दबे व्यक्ति की मृत्यु हो गई। मगर इसमें हमारे विभाग की कोई गलती नहीं है।
साक्षात्कारकर्ता – क्या इसके लिए आप अपने आप को जिम्मेदार नही मानते हैं।
सुपरिटेंडेंट- नही
साक्षात्कारकर्ता – अगर आपने सूचना पाते ही उस पेड़ को हटावा दिया होता , तो उस आदमी की जान बच सकती थी।
सुपरिटेंडेंट – देखिए , मैं एक सरकारी कर्मचारी हूं और मुझे सरकार के बनाए हुए नियम – कानूनों पर चलकर ही फैसला लेना पड़ता है।
साक्षात्कारकर्ता – ठीक हैं , तो आपने फैसले लेने में इतनी देर क्यों की , कि एक आदमी ही मर गया।
सुपरिटेंडेंट – हमने तो अपनी कोशिश की थी। लेकिन ।
साक्षात्कारकर्ता – लेकिन क्या ?
सुपरिटेंडेंट – फैसला सुनने से पहले ही वो आदमी मर गया था। मुझे अफसोस है कि हम उस व्यक्ति को बचा नही सके।
Jamun Ka Ped Class 11 Question Answer
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