लिपि किसे कहते है?

लिपि किसे कहते है? – Lipi Kise Kahate Hain

लिपि किसे कहते है? : दोस्तों आज हमने लिपि किसे कहते है इसकी पूरी विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। इस पोस्ट में हमने लिपि किसे कहते हैं परिभाषा लिपि के प्रकार और भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के बारे में जानकारी दी है।

लिपि किसे कहते है?

वर्षों पहले लोग भाषा का प्रयोग तो कर रहे थे लेकिन उन्हें अपनी भाषा को दूसरे लोगों तक पहुंचाने के लिए लिपि की आवश्यकता महसूस हुई ।

इसी लिपि की आवश्यकता को पूरा करने के लिए कई प्रकार की लिपि का विकास किया गया जिसके कारण आज हम किसी भी भाषा को आसानी से उसकी व्याकरण को पढ़कर सीख सकते है ।

जैसे किअगर संस्कृत भाषा की लिपि नहीं होती तो आज 21वी सदी में संस्कृत भाषा विलुप्त हो चुकी होती ।

Lipi Kise Kahate Hain

आदिम समाज में मानव ने सर्वप्रथम बोलना सीखा और धीरे-धीरे अपने द्वारा बोली जाने वाली बातों को स्थाई बनाने हेतु उसने ध्वनि संकेतों /  ध्वन्यात्मक प्रतीकों को विकसित किया जिसे भाषा की “लिपि” कहते है।

लिपि की परिभाषा (Lipi ki Paribhasha) –

किसी भी भाषा को लिखने के लिए प्रयोग किए जाने वाले निश्चित चिन्हों को लिपि कहते है अर्थात भाषा का लिखित रूप की लिपि कहलाता है।

हिंदी भाषा की लिपि देवनागरी है जो बाएं से दाएं और लिखी जाती है

हिंदी संस्कृत –  देवनागरी लिपि

अंग्रेजी –  रोमन लिपि

उर्द –  फारसी लिपि

पंजाबी –  गुरुमुखी लिपि

Hindi Bhasha ki lipi kya Hai – हिन्दी भाषा की लिपि देवनागरी है।

लिपि परिवार –

दुनिया भर में कई प्रकार की भाषाएं बोली और लिखी जाती हैं इन भाषाओं को बोलने के लिए उतनी ही प्रकार के लिए लिपियों का निर्माण किया गया है  लेकिन  यह सभी हजारों  लिपियां 3 लिपि परिवार से ही आते है।

(1) चित्रलिपि
(2)
ब्राह्मी लिपि
(3)
फोनेशीयन

चित्रलिपि

चित्र लिपि ऐसी लिपि होती है जिसमें लिखने के लिए भाव चित्रों का उपयोग किया जाता है उसे चित्र लिपि कहते हैं इस लिपि का उपयोग चीन जापान और कोरिया जैसे देशों में प्रमुख रूप से किया जाता है।

चीनी लिपि – चीनी, प्राचीन मिस्त्री लिपि – प्राचीन मिस्त्री, कांजी लिपि – जापानी

ब्राह्मी लिपि

यह हमारे देश भारत की सबसे प्राचीनतम लिपि है। मौर्य काल में महाराजा अशोक नहीं जो इस्तम और शिलालेख रिक्वायर थे वहां पर ब्राह्मी लिपि का ही उपयोग किया गया है यह लिपि देवनागरी लिपि के जैसे बाएं से दाहिने तरफ लिखी जाती है।

इसमें देवनागरी तथा दक्षिण एशिया एवं दक्षिण पूर्व एशिया में प्रयुक्त लिपियों को सम्मिलित किया गया है।

फोनेशीयन – 

यह भी एक प्राचीन लिपि है प्रमुख रूप से यह भूमध्य सागर पर स्थित एक प्राचीन सभ्यता की लिपि थी. फ़ोनीशियाई वर्णमाला के अंतर्गत सम्प्रति यूरोप, मध्य एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका में प्रयुक्त लिपियाँ थी।

लिपि के प्रकार

(1) चित्र लिपि
(2)
अल्फाबेटिक लिपि
(3)
अल्फासिलेबिक लिपि

चित्र लिपि – 

चित्र लिपि जैसा किसके नाम से पता चलता है कि चित्रों के माध्यम से लिखी जाने वाली लिपि चित्र लिपि कहलाती है। इसमें चित्र बनाकर अपने भावों और विचारों को लोगों के सामने प्रस्तुत किया जाता है कहा जाता है कि एक चित्र हजारों अक्षरों के बराबर होता है।

  1. चीनी लिपि: चीनी
  2. प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री
  3. कांजी लिपि: जापानी

अल्फाबेटिक लिपि

इसमें स्वर का पूरा रूप व्यंजन के बाद लिखा जाता है इसके अंतर्गत निम्न प्रकार की लिपियां आती है।

  • यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा।
  • अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, उर्दू, फ़ारसी।
  • इब्रानी लिपि: इब्रानी।
  • रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन।
  • सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ की सारी भाषाएं, रूसी।

अल्फासिलेबिक लिपि

इस प्रकार की लिपि में यदि एक से अधिक व्यंजन होता है तो उस पर स्वर की मात्रा का चिह्न लगाया जाता है अगर एक भी व्यंजन ना हो तो सीधे स्वर के चिन्ह का प्रयोग होता है।

द्रविड़ लिपि- मलयालम, तमिल, कोलंबो ,कन्नड़ भाषा ।

शारदा लिपि- कश्मीरी, पंजाबी, तिब्बती, लद्दाखी भाषा ।

ब्राह्मी लिपि- हिंदी, गुड़िया, भोजपुरी, काठमांडू ,मारवाड़ी, सिंधी,  गढ़वाली भाषा इत्यादि।

मध्य भारत की लिपि  तेलुगु भाषा ।

मंगोलियन लिपि  चीनी, कोरियाई, जापानी, दक्षिण पूर्व सोवियत की भाषा।

 भारत की 22 भाषाएं और उनकी लिपि

भारत की 22 भाषाएं और उनकी लिपि निम्न प्रकार है, इसे संविधान में विशेष दर्जा प्राप्त है।

भाषा का नाम लिपि का नाम
हिंदी देवनागिरी
सिंधी देवनागिरी/फ़ारसी
पंजाबी गुरुमुखी
कश्मीरी फ़ारसी
गुजराती गुजराती
मराठी देवनागिरी
उड़िया उड़िया
बांग्ला बांग्ला
असमिया असमिया
उर्दू फ़ारसी
तमिल ब्राह्मी
तेलुगु ब्राह्मी
मलयालम ब्राह्मी
कन्नड़ कन्नड़/ब्राह्मी
कोकड़ी देवनागिरी
संस्कृत देवनागिरी
नेपाली देवनागिरी
संथाली देवनागिरी
डोंगरी देवनागिरी
मणिपुरी मणिपुरी
वोडों देवनागिरी
मैथिली देवनागिरी/मैथिली

 

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