100+ [ मजेदार पहेलियाँ ] Majedar Paheliyan in Hindi with Answer
पहेलियाँ [ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer ] एक खेल, समस्या या खिलौना हैं, जो किसी भी व्यक्ति की सरलता या ज्ञान का परीक्षण करती हैं | किसी भी पहेली [ Paheli ] में जवाब देने वाले से तार्किक तरीके से टुकड़ों को एक साथ रखने की अपेक्षा की जाती है, ताकि पहेली [ Paheli ] के सही या मजेदार जवाब तक पहुँचा जा सके | पहेली [ Paheli ] भिन्न – भिन्न प्रकार की होती है – जैसे क्रॉसवर्ड पहेली [ Paheli ], शब्द – खोज पहेली [ Paheli ], संख्या पहेली [ Paheli ], संबंधपूरक पहेली [ Paheli ] और तर्क पहेली [ Paheli ] | आज हम इस Article में आपके लिए मजेदार हिंदी पहेलियाँ [ Paheliyan ] उत्तर सहित लेकर आए हैं | हमें पूर्ण विश्वास है कि आप इन पहेलियों को पढ़ने के बाद आनंदित हो जाएँगे |
[ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer | 100+ मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 01 ]
ऐसा शब्द बताइए कि जिससे फूल, मिठाई और फल बन जाए ?
उत्तर – गुलाब जामुन
[ पहेली ( Paheli ) – 02 ]
अगर आप अँधेरे कमरे में एक मोमबत्ती, एक लालटेन और एक दीया के साथ हैं तो सबसे पहले आप क्या जलाएँगे ?
उत्तर – माचिस
[ पहेली ( Paheli ) – 03 ]
वह कौन – सा फूल है, जिसके पास कोई रंग और महक नहीं है ?
उत्तर – अप्रैल फूल
[ पहेली ( Paheli ) – 04 ]
ऐसी कौन – सी चीज है, जिसको जितना खींचा जाता है, वो उतनी हीं छोटी होती जाती है |
उत्तर – सिगरेट
[ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer | 100 मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 05 ]
ऐसा रूम, जिसकी खिड़की ना दरवाजा तो बताओ क्या ?
उत्तर – मशरूम
[ पहेली ( Paheli ) – 06 ]
ऐसी कौन – सी जगह है, जहाँ पर सड़क है पर गाड़ी नहीं, जंगल है पर पेड़ नहीं और शहर है पर घर नहीं ?
उत्तर – नक्शा
[ पहेली ( Paheli ) – 07 ]
एक ऐसा सवाल, जिसका जवाब कोई हाँ में नहीं दे सकता ?
उत्तर – क्या आप मर गए हैं ?
[ पहेली ( Paheli ) – 08 ]
वह क्या है, जिसे आप एक बार खा कर दोबारा नहीं खाना चाहते हैं मगर फिर भी खाते हैं ?
उत्तर – धोखा
[ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer | 100 मजेदार पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 09 ]
ऐसी कौन – सी चीज है, जिसे हम पानी के अंदर खाते हैं ?
उत्तर – गोता
[ पहेली ( Paheli ) – 10 ]
ऐसी कौन – सी चीज है, जिसे लोग काटते हैं, पीसते हैं और बाँटते हैं मगर खाते नहीं हैं ?
उत्तर – ताश के पत्ते
[ पहेली ( Paheli ) – 11 ]
खुद कभी वह कुछ न खाए,
लेकिन सब को खूब खिलाए |
उत्तर :- चम्मच
[ पहेली ( Paheli ) – 12 ]
जब भी आए होश उड़ाए,
फिर भी कहते हैं कि आए !
उत्तर – नींद
[ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer | हिंदी पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 13 ]
पंख नहीं पर उड़ती हूँ,
हाथ नहीं पर लड़ती हूँ |
उत्तर :- पतंग
[ पहेली ( Paheli ) – 14 ]
डब्बे पर डब्बा, डब्बे का गाँव,
चलती फिरती बस्ती है, लोहे के पाँव |
उत्तर – रेलगाड़ी
[ पहेली ( Paheli ) – 15 ]
कमर पतली है, पैर सुहाने,
कहीं गए होंगे बीन बजाने |
उत्तर – मच्छर
[ पहेली ( Paheli ) – 16 ]
राजा के महल में रानी पचास,
सिर पटके दीवार से, जलकर होए राख |
उत्तर – माचिस
[ Majedar Paheliyan in Hindi with Answer | हिंदी पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 17 ]
बच्चों ! एक लाठी की सुनो कहानी,
छुपा है जिसमें मीठा – मीठा पानी |
उत्तर – गन्ना
[ पहेली ( Paheli ) – 18 ]
अगर नाक पर मैं चढ़ जाऊँ,
तो कान पकड़कर खूब पढ़ाऊँ |
उत्तर – चश्मा
[ पहेली ( Paheli ) – 19 ]
एक गुफा के दो रखवाले,
दोनों लंबे, दोनों काले |
उत्तर – मूंछें
[ पहेली ( Paheli ) – 20 ]
मेरे नाम से सब डरते हैं,
मेरे लिए परिश्रम करते हैं |
उत्तर – परीक्षा
[ Paheliyan in Hindi with Answer | छोटी पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 21 ]
एक राजा की अनोखी रानी,
दुम के सहारे पीती पानी |
उत्तर – दीपक
[ पहेली ( Paheli ) – 22 ]
मैं मरती हूँ, मैं कटती हूँ |
पर रोते हो तुम, पहचानो कौन हूँ मैं |
उत्तर – प्याज
[ पहेली ( Paheli ) – 23 ]
बूझो भैया एक पहेली,
जब काटो तब नई नवेली |
उत्तर – पेंसिल
[ पहेली ( Paheli ) – 24 ]
काली काली माँ, लाल लाल बच्चे,
जहाँ जाए माँ, वहाँ जाए बच्चे |
उत्तर – ट्रेन
[ Paheliyan in Hindi with Answer | छोटी पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 25 ]
आवाज है पर इंसान नहीं,
जुबान है पर निशान नहीं |
उत्तर – ऑडियो कैसेट
[ पहेली ( Paheli ) – 26 ]
हरी डिब्बी, पीला मकान,
उसमें बैठे कालू राम |
उत्तर – पपीता और बीज
[ पहेली ( Paheli ) – 27 ]
बेशक न हो हाथ में हाथ,
जीता है वह आपके साथ |
उत्तर – परछाई
[ पहेली ( Paheli ) – 28 ]
कमर बाँध कोने में पड़ी,
बड़ी सबेरे अब है खड़ी |
उत्तर – झाड़ू
[ Paheliyan in Hindi with Answer | छोटी पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 29 ]
तीन रंग की तितली,
नहा धोकर निकली |
उत्तर – समोसा
[ पहेली ( Paheli ) – 30 ]
एक प्लेट में 3 चम्मच |
उत्तर – पंखा
[ पहेली ( Paheli ) – 31 ]
हरी डंडी, लाल कमान,
तौबा – तौबा करे हर इंसान |
उत्तर – लाल मिर्च
[ पहेली ( Paheli ) – 32 ]
काला घोड़ा, सफेद सवारी,
एक उतरा तो दूसरे की बारी |
उत्तर – तवा और रोटी
[ Paheliyan with Answer in Hindi | हिंदी पहेली उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 33 ]
मैं हरी, मेरे बच्चे काले,
मुझे छोड़, मेरे बच्चे खा ले |
उत्तर – इलायची
[ पहेली ( Paheli ) – 34 ]
काले वन की रानी है,
लाल पानी पीती है |
उत्तर – खटमल
[ पहेली ( Paheli ) – 35 ]
एक पहेली मैं बुझाऊँ,
सिर को काट नमक छिड़काऊँ |
उत्तर – खीरा
[ पहेली ( Paheli ) – 36 ]
तीन अक्षर का मेरा नाम,
उल्टा सीधा एक समान |
उत्तर – जहाज
[ Paheliyan with Answer in Hindi | हिंदी पहेली उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 37 ]
ऊँट की बैठक, हिरन की चाल,
बोलो वह कौन है पहलवान |
उत्तर – मेढ़क
[ पहेली ( Paheli ) – 38 ]
हजार लाख में रहे अँधेरा,
मात्र एक हीं में उजाला |
उत्तर – चाँद
[ पहेली ( Paheli ) – 39 ]
खड़ा पर भी खड़ा,
बैठने पर भी खड़ा |
उत्तर – सींग
[ पहेली ( Paheli ) – 40 ]
कान मरोड़ो, पानी दूँगा,
मैं कोई पैसे नहीं लूँगा |
उत्तर – नल
[ Paheliyan with Answer in Hindi | हिंदी पहेली उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 41 ]
दिन में सोए, रात में रोए |
जितना रोए, उतना खोए |
उत्तर – मोमबत्ती
[ पहेली ( Paheli ) – 42 ]
एक घर में पचास चोर,
रहते हैं सब साथ-साथ |
उत्तर – माचिस
[ पहेली ( Paheli ) – 43 ]
हरा मकान, लाल दुकान,
और उसमें बैठता लल्लूराम |
उत्तर – तरबूज
[ पहेली ( Paheli ) – 44 ]
न भोजन खाता, न वेतन लेता,
फिर भी पहरा डटकर देता |
उत्तर – ताला
[ Paheliyan with Answer | पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 45 ]
एक पेड़ की तीस है डाली,
आधी सफेद और आधी काली |
उत्तर – महीना
[ पहेली ( Paheli ) – 46 ]
सफेद मुर्गी हरी पूँछ,
तुझे ना आए काले से पूछ |
उत्तर – मूली
[ पहेली ( Paheli ) – 47 ]
छोटा हूँ पर बड़ा कहलाता,
रोज दही की नदी में नहाता |
उत्तर – दहीबड़ा
[ Paheliyan with Answer | पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 48 ]
चार ड्राइवर एक सवारी,
उसके पीछे जनता भारी |
उत्तर – मुर्दा
[ पहेली ( Paheli ) – 49 ]
बीसों का सिर काट लिया,
ना मारा ना ख़ून किया |
उत्तर – नाख़ून
[ पहेली ( Paheli ) – 50 ]
एक पैर है, काली धोती,
जाड़े में वह हरदम सोती |
गरमी में है, छाया देती
सावन में वह हरदम रोती |
उत्तर – छतरी
[ Paheliyan with Answer | पहेलियाँ उत्तर सहित ]
[ पहेली ( Paheli ) – 51 ]
पगरी में भी, गगरी में भी,
और तुम्हारी नगरी में भी |
कच्चा खाओ, पक्का खाओ
शीश में मेरा तेल लगाओ |
उत्तर – नारियल
[ पहेली ( Paheli ) – 52 ]
लाल घोड़ा रुका रहे,
काला घोड़ा भाग जाए, बताओ कौन ?
उत्तर – आग और धुँआ
[ पहेली ( Paheli ) – 53 ]
वह पाले नहीं भैंस, ना गाय,
फिर भी दूध मलाई हीं खाए |
घर बैठे हीं वह करे शिकार,
रिश्ते में भी है, वह मौसी यार |
उत्तर – बिल्ली
[ Paheliyan in Hindi | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 54 ]
कटोरा पर कटोरा,
बेटा बाप से भी गोरा |
उत्तर – नारियल
[ पहेली ( Paheli ) – 55 ]
भवनों से मैं नजर आता,
सब बच्चों को खूब भाता |
दूर का हूँ लगता मामा,
रूप बदलता पर दिल को भाता |
उत्तर – चंद्रमा
[ पहेली ( Paheli ) – 56 ]
एक पाँव का काला मेंढक,
वर्षा काल में आता |
बहुत बरसता है जब पानी,
उपयोगी मैं बन जाता |
उत्तर – छाता
[ Paheliyan in Hindi | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 57 ]
बिना पाँव पानी पर चलती,
बत्तख नहीं, ना पानी की रानी |
उसे न चाहिए सड़क या पटरी,
सिर्फ चाहिए गहरा पानी |
उत्तर – नाव
[ पहेली ( Paheli ) – 58 ]
सात रोज में हूँ आता,
बालकों का हूँ चहेता |
वे करते हैं बस मुझसे प्यार,
नित्य करते हैं मेरा इंतजार |
उत्तर – रविवार
[ पहेली ( Paheli ) – 59 ]
रंग है उसका पीला,
तपाया है तो ढीला |
पीटा है तो फैला,
कीमती है तो छैला |
उत्तर – सोना
[ Paheliyan in Hindi | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 60 ]
खबर लाता हूँ सुबह
नहीं लगाता हूँ देर मैं |
फेंक दिया जाता हूँ,
दूसरे दिन रद्दी के ढेर में |
उत्तर – अख़बार
[ पहेली ( Paheli ) – 61 ]
बोल नहीं पाती हूँ मैं,
और सुन नहीं पाती |
बिना आँखों के हूँ अंधी,
पर सबको राह दिखाती |
उत्तर – पुस्तक
[ पहेली ( Paheli ) – 62 ]
तीन अक्षर का मेरा नाम,
बीच कटे तो रिश्ते का नाम |
आखिरी कटे तो सब खाए,
भारत के तीन तरफ दिखाए |
उत्तर – सागर
[ Hindi Paheliyan | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 63 ]
शुरू कटे तो कान कहलाऊँ,
बीच कटे तो मन बहलाऊँ |
परिवार की मैं करूँ सुरक्षा
बारिश, आँधी, धूप से रक्षा |
उत्तर – मकान
[ पहेली ( Paheli ) – 64 ]
सोने की वह चीज है,
पर बेचे नहीं सुनार |
मोल तो ज्यादा है नहीं,
बहुत है उसका भार |
उत्तर – चारपाई
[ पहेली ( Paheli ) – 65 ]
नकल उतारे सुनकर वाणी,
चुप-चुप सुने सभी की कहानी |
नील गगन है इसको भाए,
चलना क्या उड़ना भी आए |
उत्तर – तोता
[ Hindi Paheliyan | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 66 ]
राजा महाराजाओं के ये,
कभी बहुत आया काम |
संदेश इसने पहुचाएँ,
सुबह हो या शाम |
उत्तर – कबूतर
[ पहेली ( Paheli ) – 67 ]
आगे ‘प’ है मध्य में भी ‘प’,
अंत में इसके ‘ह’ है |
पेड़ों पर रहता है,
सुर में कुछ कहता है |
उत्तर – पपीहा
[ पहेली ( Paheli ) – 68 ]
देखी रात अनोखी वर्षा,
सारा खेत नहाया |
पानी तो पूरा शुद्ध था,
पर पी न कोई पाया |
उत्तर – ओस
[ Hindi Paheliyan | हिंदी पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 69 ]
करती नहीं यात्रा दो गज,
फिर भी दिन भर चलती है |
रसवंती है, नाजुक भी,
लेकिन गुफा में रहती है |
उत्तर – जीभ
[ पहेली ( Paheli ) – 70 ]
नहीं सुदर्शन चक्र मगर,
मैं चकरी जैसा चलता |
सिर के ऊपर उल्टा लटका.
फर्श पर नहीं उतरता |
उत्तर – पंखा
[ पहेली ( Paheli ) – 71 ]
पास में उड़ता-उड़ता आए,
क्षण भर देखूँ , फिर छिप जाए |
बिना आग के जलता जाए,
सबके मन को वह लुभाए |
उत्तर – जुगनू
[ Hindi Paheliyan with Answer | पहेली और उत्तर ]
[ पहेली ( Paheli ) – 72 ]
छिलके को दूर हटाते जाओ,
बड़े स्वाद से खाते जाओ |
इतना पर अवश्य देखना,
छिलके इसके दूर हीं फेंखना |
उत्तर – केला
[ पहेली ( Paheli ) – 73 ]
आँखें दो हो जाए चार,
मेरे बिना कोट बेकार |
घुसा आँखों में मेरा धागा,
दर्जी के घर से मैं भागा |
उत्तर – बटन
[ पहेली ( Paheli ) – 74 ]
मध्य कटे तो सास बन जाऊँ,
अंत कटे तो सार समझाऊँ |
मैं हूँ पक्षी, रंग सफेद,
बताओ मेरे नाम का भेद |
उत्तर – सारस
[ Hindi Paheliyan with Answer | पहेली और उत्तर ]
[ पहेली ( Paheli ) – 75 ]
सर्दी की रात मैं नभ से उतरूँ,
लोग कहते हैं मुझे मोती |
सूर्य का प्रकाश देखते हीं,
मैं गायब होती |
उत्तर – ओस
[ पहेली ( Paheli ) – 76 ]
एक हाथ है लकड़ी की डंडी,
बने हुए हैं इसमें आठ घर |
ज्यों-ज्यों हवा जाए उस भवन में,
त्यों-त्यों निकले हैं मीठे स्वर |
उत्तर – बाँसुरी
[ पहेली ( Paheli ) – 77 ]
उड़ नहीं सकती मैं वायु में,
चल नहीं पाती सड़कों पर |
लेकिन लाखों पर्यटकों को,
पहुँचाती हूँ इधर-उधर |
उत्तर – रेल
[ Hindi Paheliyan with Answer | पहेली और उत्तर ]
[ पहेली ( Paheli ) – 78 ]
बिन जिसके हो चक्का जाम |
पानी जैसी चीज है वह,
झट से बताओ उसका नाम |
उत्तर – पेट्रोल
[ पहेली ( Paheli ) – 79 ]
मैं एक बीज हूँ,
तीन अक्षर है मेरे |
दो दल वाला अन्न हूँ,
दाल बनाकर खाते हो |
उत्तर – मटर
[ पहेली ( Paheli ) – 80 ]
तरल हूँ पर पानी नहीं,
चिपचिपा हूँ गोंद नहीं |
मीठा हूँ पर चॉकलेट नहीं,
मधुमक्खियों द्वारा मैं बनता हूँ |
उत्तर – शहद
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 81 ]
दो सुंदर लड़के,
दोनों एक रंग के |
एक बिछड़ जाए,
तो दूसरा काम न आए |
उत्तर – जूता
[ पहेली ( Paheli ) – 82 ]
सात गांठ की रस्सी,
गांठ – गांठ में रस |
इसका उत्तर जो बताए,
उसको देंगे रूपए दस |
उत्तर – जलेबी
[ पहेली ( Paheli ) – 83 ]
पढ़ने में, लिखने में,
दोनों में हीं आता काम |
कलम नहीं, कागज़ नहीं,
बताओ क्या है मेरा नाम |
उत्तर – चश्मा
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 84 ]
बैठ तार में आती वह,
घर के दीप जलाती वह |
कई मशीनों का है वह प्राण,
बोलो क्या कहलाती वह |
उत्तर – बिजली
[ पहेली ( Paheli ) – 85 ]
जंगल मेरी जन्मभूमि है,
महफिल मेरा धाम |
सबके होंठ लग कर देती,
सरगम का पैगाम |
उत्तर – बाँसुरी
[ पहेली ( Paheli ) – 86 ]
एक सींग की ऐसी गाय,
जिता दो उतना हीं खाए |
खाते – खाते गाना गाए,
पेट नहीं उसका भर पाए |
उत्तर – आटा चक्की
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 87 ]
आदि कटे तो गीत सुनाऊँ,
मध्य कटे तो संत बन जाऊँ |
अंत कटे साथ बन जाता,
संपूर्ण सबके मन भाता |
उत्तर – संगीत
[ पहेली ( Paheli ) – 88 ]
पूरे विश्व में एक यहीं,
सबसे बड़ा महाद्वीप |
भारत-पाक रूस और
इसमें हीं है चीन |
उत्तर – एशिया
[ पहेली ( Paheli ) – 89 ]
हाल – चाल यदि पूछो उससे,
नहीं करेगा सीधे बात |
सादा लगता है,
पर पेट में रखता दांत |
उत्तर – अनार
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 90 ]
ऐसा एक अजब खजाना,
जिसका मालिक बड़ा श्याना |
दोनों हाथों से लुटाता,
फिर भी दौलत बढ़ता हीं जाता |
उत्तर – ज्ञान
[ पहेली ( Paheli ) – 91 ]
मुझको उल्टा करके देखो,
लगता हूँ मैं नौजवान |
कोई पृथक नहीं रहता,
बूढ़ा बच्चा या जवान |
उत्तर – वायु
[ पहेली ( Paheli ) – 92 ]
सिर काट दो, मन दिखता हूँ,
पैर काट दो, आदर बना दूँ |
पेट काट दो, कुछ न बताता,
प्रेम से अपना शीश नवाता |
उत्तर – नमन
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 93 ]
लाल – लाल आँखें,
लंबे – लंबे कान |
रुई का फुहासा,
बोलो क्या है उसका नाम ?
उत्तर – खरगोश
[ पहेली ( Paheli ) – 94 ]
तीन अक्षर का शहर हूँ,
विश्व में प्रसिद्ध हूँ |
अंत कटे तो आग बन जाऊँ,
मध्य कटे तो आरा कहलाऊँ |
उत्तर – आगरा
[ पहेली ( Paheli ) – 95 ]
हरी हरी मछली के
हरे हरे अंडे |
जल्दी से बूझो पहेली
नहीं तो पड़ेंगे डंडे |
उत्तर – मटर
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 96 ]
दुम कटे तो सीता,
शीश कटे तो मित्र |
बीच कटे तो खोपड़ी.
पहेली है बड़ी विचित्र |
उत्तर – सियार
[ पहेली ( Paheli ) – 97 ]
सुबह सवेरे आता हूँ,
शाम ढले चल जाता हूँ |
मुझे देखकर दिन की शुरुआत,
सभी को रोशन कर जाता हूँ |
उत्तर – सूरज
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 98 ]
शुरू कटने से हूँ मैं पशु,
बीच कटे पर काम |
आखिर कटे तो पक्षी होता
बताओ मेरा नाम |
उत्तर – कागज
[ पहेली ( Paheli ) – 99 ]
एक बूढ़े के बारह बच्चे,
कोई छोटे तो कोई लंबे |
कोई गर्म और कोई ठंडे,
बतलाओ नहीं तो खाओ डंडे |
उत्तर – साल
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 100 ]
शरीर है, इसका लंबा-लंबा,
मुख है, कुछ-कुछ गोरा |
पेट में जिसके है काली डंडी,
नाम लिखे हैं वो मेरा |
उत्तर – पेंसिल
[ पहेली ( Paheli ) – 101 ]
भैया मैं हूँ तीन पंख का,
चार महीने पाता आराम |
बिजली का प्रवाह मैं सहता,
घंटों मैं तो चलता रहता |
उत्तर – पंखा
[ पहेली ( Paheli ) – 102 ]
धरती में मैं पैर छुपाता,
आसमान में शीश उठाता |
हिलता पर कभी न चलता,
पैरों से हूँ भोजन खाता |
उत्तर – पेड़
[ पहेली ( Paheli ) – 103 ]
डिब्बा देखा एक निराला,
ना ढक्कन ना ताला |
ना है पेंदी, ना है कोना,
बंद है उसमें चाँदी सोना |
उत्तर – अंडा
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 104 ]
बिन पावों के चलते देखा,
इत – उत उसको फिरते देखा |
काम विचित्र करते देखा,
जल से उसे मरते देखा |
उत्तर – जूता
[ पहेली ( Paheli ) – 105 ]
मुझे खाना चाहो तो,
सबसे पहले मुझे तोड़ो |
मेरे अंदर है सुनहरा खजाना,
फ्राई कर के झट से खा लो |
उत्तर – अंडा
[ पहेली ( Paheli ) – 106 ]
रात दिन है मेरा,
घर पर तुम्हारे डेरा |
रोज मीठे गीतों से,
करती नया सवेरा |
उत्तर – गौरया
[ पहेली ( Paheli ) – 107 ]
पानी का मटका,
पेड़ पर लटका |
हवा हो या झटका,
उसको नहीं पटका |
उत्तर – टमाटर
[ Paheliyan | पहेलियाँ ]
[ पहेली ( Paheli ) – 108 ]
दो अँगुली की है सड़क,
उस पर चले रेल बेधड़क |
लोगों के है काम आती,
जरुरत पड़ने पर खाक बनाती |
उत्तर – माचिस
[ पहेली ( Paheli ) – 109 ]
बिना चूल्हे की खीर बनी,
ना मीठी ना नमकीन |
थोड़ा – थोड़ा खा गए,
बड़े – बड़े शौक़ीन |
उत्तर – चूना
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