( सूरदास की झोपड़ी )- [प्रेमचंद]- हिंदी- CH- 1st ( Antral ) अंतराल- Summary MCQ
( सूरदास की झोपड़ी- Summary- Notes)
[ सूरदास ]
- एक अंधा भिखारी था !
- वह लोगों के दान पर जीवन व्यतीत करता था !
- सूरदास बेसक शारीरिक रूप से अपंग परंतु और डरपोक नहीं था वह बहादुर था !
- वह परिश्रमी था। वह के भरोसे रहने वाला नहीं था !
[ भैरो ]
1) गांव में रहने वाला एक सामान्य निवासी है !
2) जिसकी सोच हमेशा नकारात्मक होती है !
3) अपने आप को सबसे बड़ा खलनायक सोचता है और अपने आप को सबसे बड़ा सोचता है !
4) अपनी पत्नी सुभागी से रोज लड़ाई करता है !
[ सुभागी ]
1) एक महिला जो भैरो की पत्नी है !
2) भैरव इससे रोज लड़ाई करता है !
3) लड़ाई से बचने के लिए यह सूरदास की झोपड़ी शरण देती हैं !
[ जगधर ]
- एक लालची व्यक्ति था !
- जो भैरो से ईर्ष्या रखता था !
- भैरो से ईर्ष्या रखना उसके लिए दुःख का कारण बन गया !
भैरो की सोच (आग लगाने का कारण)
- जब सुभागी मार से बचने के लिए सूरदास की झोपड़ी में शरण लेती थी तो भैरो को सूरदास से ईर्ष्या होती थी !
- वह सोचता था, सूरदास सुभागी पर डोरे डालता था, एवं उनके बीच गलत संबंध है !
- इसलिए भैरों ने सोचा कि सूरदास की झोपड़ी जलाकर वह उसके द्वारा जमा किए गए पैसों को चुराएगा !
भैरो द्वारा आग लगाना
- भैरो ने बदले की आग बुझाने के लिए एक रात सूरदास की झोपड़ी में घुसकर आग लगा दी, आग लगाने के बाद पैसों की पोटली भी उठा ली !
- आग बुझाने पूरा गांव इकट्ठा हुआ, पर सूरदास उस समय निराश था !
- क्योंकि सूरदास को झोपड़ी से ज्यादा दुख पोटली का था !
जगधार ( ईर्ष्या की भावना/ लालच )
- उसी समय जगदर आकर बोलता है, कि सच बताना सुरे तुझे मुझ पर तो सुभा नहीं ?
- सूरदास को सुभा तो थी, पर उसने उसे कुछ नहीं कहा !
- जगधर सीधा भैरो के पास गया, वह चुपचाप बैठा हुक्का पी रहा था !
- जगदर बोला सब लोग तुम्हारे ऊपर सुभा कर रहे हैं, भैरो ने कहा क्या सबूत है आज मैंने लगाई !
- परंतु अंत में भैरो ने सब कुछ सच बता दिया !
- जगधर कहता है, की मेरी तो सलाह है, उसके पैसे वापस देदो, उसकी जीवन भर की कमाई है, तुम्हें हजम ना होगी !
- ( इसमें जगधर को कोई हमदर्दी नहीं थी, वो सिर्फ भैरो से ईर्ष्या करता था। )
- वे सोचता रहा ऐसा कोई माल मेरे हाथ लगता, तो जिंदगी सफल हो जाती !
आर्थिक हानि को गुप्त रखना
- सूरदास का मानना था, की एक अंधे भिखारी के लिए गरीबी इतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि धन !
- सूरदास जगधर से अपनी आर्थिक हानि गुप्त रखना चाहता था !
- सूरदास अपनी तीन इच्छाएं पूरी करना चाहता था, लेकिन इस तरीके से कि लोग समझे कि भगवान गरीबों की सहायता करते हैं !
- सूरदास जी यही समझता था, बेकारी के लिए धन संचय पाप है, इसलिए उसने जगधर से आर्थिक हानि गुप्त रखी !
सूरदास की सोच
- वे सोच रहा था कि रुपए मैंने ही तो कमाए हैं, क्या फिर नहीं कमा सकता ? उसे सुभागी की भी फिक्र हो रही थी !
- यह सब सोचते सोचते हो रोने लगा, अचानक वह चौक बड़ा आवाज आई- तुम खेल में रोते हो !
- उसी समय वहां से मिठुआ रोते हुए आता है उसके दोस्त उसे कहते हैं तू खेल में हारा है और उसका दोस्त घीसू उसे चिढ़ा रहा था !
- सूरदास खुद से कहने लगा वाह मैं तो खेल में रोता हूं। कितनी बुरी बात है, यहां तक कि बच्चे भी इस बात को गलत समझते हैं !
- सूरदास खड़ा होकर कहता है, सच्चे खिलाड़ी रोते नहीं !
पुननिर्माण में विश्वास
- मिठुआ कहता है “कोई फिर आग लगा दे तो ?
- सूरदास ने कहा “तो फिर बनाएंगे।
- मिठुआ कहता है “कोई हजार बार लगा दे तो।
- सूरदास ने कहा “तो हम हजार बार बनाएंगे।
- मिठुआ ने कहा “कोई सौ लाख बार लगा दे तो ।
- सूरदास बोला “तो हम सौ लाख बार बनाएंगे ।
Multiple choice questions
Q-1 भैरो कौन था ?
A- एक अंधा भिकारी था
B- एक किसान था
C- एक सामान्य निवासी जो बहुत धनी था
D- एक सामान्य निवासी था जिसकी सोच नकारात्मक थी
उत्तर- D- एक सामान्य निवासी था जिसकी सोच नकारात्मक थी
Q- 2 सुभागी किसकी पत्नी थी ?
A- सूरदास की
B- भैरों की
C- जगधर की
D- उपरोक्त में से किसी की नहीं
उत्तर- B- भैरों की
Q-3 जगधर कैसा व्यक्ति था ?
A- सामान्य व्यक्ति
B- धनी व्यक्ति था
C- निर्धन व्यक्ति का
D- लालची व्यक्ति था
उत्तर- D- लालची व्यक्ति था
Q- 4 सूरदास का एक गुण बताओ ?
A- तेज दौड़ता था
B- एक दृढ़ निश्चय व्यक्ति था
C- डरपोक था
D- चोर था
उत्तर- B- एक दृढ़ निश्चय व्यक्ति था
Q-5 भैरों ने सूरदास के घर में आग क्यों लगाई ?
A- धोखे के कारण
B- मित्रता के कारण
C- खेल में हारने के कारण
D- ईर्ष्या के कारण
उत्तर- D- ईर्ष्या के कारण
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