अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार | Type of sentences in hindi
अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार : अर्थ के आधार पर वाक्यों के निम्नलिखित आठ भेद होते हैं।
अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार
वाक्य किसे कहते हैं?
सार्थक शब्दों का ऐसा समूह जो व्यवस्थित हो तथा पूरा आशय प्रकट करता हो, वाक्य कहलाता है।
उदाहरण– 1. राम विद्यालय जा रहा है।
2. आप की मातृभाषा क्या है?
वाक्यों के प्रकार के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें और रेखांकित वाक्य पर गौर करें।
शुभम के बड़े भाई अशोक राजनगर में रहते हैं। शुभम् उनसे मिलने राजनगर गया। अचानक शुभम् को देखकर अशोक ने कहा- अरे ! शुभम् तुम ! शुभम् ने बताया कि आपसे मिलने का मन हुआ तो चला आया। अशोक ने पूछा- क्या तुम आज ही वापस जाओगे? शुभम ने उत्तर दिया- मैं आज नहीं जाऊँगा। अशोक ने कहा ठीक है। शायद आज मैं देर से लौटू। तुम बाजार चले जाओ लो ये पैसे, माया के लिए एक अच्छा सूट खरीद लेना। अशोक ने शुभम के साथ भोजन किया और अपने काम पर चला गया। शुभम् बाजार गया। उसने एक छोर से दूसरे छोर तक बाजार का चक्कर लगाया किन्तु उसे कपड़ों को कोई अच्छी दुकान दिखाई नहीं दी। आखिरकार एक कोने में उसे कपड़े की एक दुकान नजर आई। उसने वहाँ से माया के लिए एक सूट खरीदा और लौट आया। शाम को अशोक ने बताया कि कल उसकी छुट्टी रहेगी। शुभम् ने उसे अपना लाया हुआ सूट दिखाया। अशोक ने कहा- मैं चाहता हूँ कि मैं भी कल तुम्हारे साथ ही घर चलूँ। मेरे साथ ढेर सारा सामान है। अगर तुम मेरे साथ रहोगे तो मुझे सुविधा होगी। शुभम् ने कहा- कल हम साथ ही घर चलेंगे।
आपने यह गद्यांश पढ़ा। इस गद्यांश में कई परस्पर सम्बद्ध सार्थक शब्द समूह हैं।
जैसे– शुभम् के बड़े भाई अशोक राजनगर में रहते हैं।
यह शब्द समूह सार्थक है, व्याकरण के नियमों के अनुरूप व्यवस्थित है तथा पूरा आशय प्रकट कर रहा है। अतः यह एक वाक्य है।
अब रेखांकित वाक्यों को देखें।
रेखांकित वाक्य अर्थ की दृष्टि से एक दूसरे से भिन्न हैं। सामान्यतः वाक्य भेद दो दृष्टियों से किया जाता है –
1. अर्थ की दृष्टि से
2. रचना की दृष्टि से
अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद–
अर्थ के आधार पर वाक्यों के निम्नलिखित आठ भेद होते हैं।
(अ) विधानवाचक वाक्य– जिन वाक्यों से किसी क्रिया के करने या होने की सामान्य सूचना मिलती है, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं। किसी के अस्तित्व का बोध भी इस प्रकार के वाक्यों से होता है।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
अशोक राजनगर में रहता है।
(ब) निषेधवाचक वाक्य– जिन वाक्यों से किसी कार्य के निषेध (न होने) का बोध होता हो, उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। इन्हें नकारात्मक वाक्य भी कहते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
मैं आज नहीं जाऊंगा।
(स) प्रश्नवाचक वाक्य– जिन वाक्यों में प्रश्न किया जाए अर्थात् किसी से कोई बात पूछी जाए, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
क्या तुम आज ही वापस जाओगे?
(द) विस्मयादिवाचक वाक्य– जिन वाक्यों से आश्चर्य (विस्मय), हर्ष, शोक, घृणा आदि के भाव व्यक्त हों, उन्हें विस्मयादिवाचक वाक्य कहते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
अरे! शुभम् तुम!!
(ई) आज्ञावाचक वाक्य– जिन वाक्यों से आज्ञा या अनुमति देने का बोध हो, उन्हें आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
तुम बाजार चले जाओ।
(फ) इच्छावाचक वाक्य– वक्ता की इच्छा, आशा या आशीर्वाद को व्यक्त करने वाले वाक्य इच्छावाचक वाक्य कहलाते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
मैं चाहता कि मैं भी कल तुम्हारे साथ ही घर चलूँ।
(ग) संदेहवाचक वाक्य– जिन वाक्यों में कार्य के होने में सन्देह अथवा संभावना का बोध हो, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
शायद मैं आज देर से लौटूँ।
(ह) संकेतवाचक वाक्य– जिन वाक्यों से एक क्रिया के दूसरी क्रिया पर निर्भर होने का बोध हो, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। इन्हें हेतुवाचक वाक्य भी कहते हैं। इनसे कारण, शर्त आदि का बोध होता है।
ऊपर के गद्यांश में वाक्य का उदाहरण –
अगर तुम मेरे साथ रहोगे तो मुझे सुविधा होगी।
अर्थ की दृष्टि से वाक्य में परिवर्तन–
आप पढ़ चुके हैं कि अर्थ की दृष्टि से वाक्य आठ प्रकार के होते हैं। इनमें से विधानवाचक वाक्य को मूल आधार माना जाता है। अन्य वाक्य भेदों में विधानवाचक वाक्य का मूलभाव ही विभिन्न रूपों में परिलक्षित होता है। किसी भी विधानवाचक वाक्य को सभी प्रकार के भावार्थों में प्रयुक्त किया जा सकता है।
जैसे– उपरोक्त अनुच्छेद का विधानवाचक वाक्य–
“अशोक राजनगर में रहता है।” को लेते हैं– इस वाक्य को सभी प्रकार के वाक्यों में निम्नानुसार परिवर्तित किया जा सकता है।
- विधानवाचक वाक्य –अशोक राजनगर में रहता है।
2. विस्मयादिवाचक वाक्य –अरे! अशोक राजनगर में रहता है।
3. प्रश्नवाचक वाक्य – क्या अशोक राजनगर में रहता है?
4. निषेधवाचक वाक्य – अशोक राजनगर में नहीं रहता है।
5. संदेहवाचक वाक्य – शायद अशोक राजनगर में रहता है।
6. आज्ञावाचक वाक्य – अशोक! तुम राजनगर में रहो।
7. इच्छावाचक वाक्य- काश, अशोक राजनगर में रहता!।
8. संकेतवाचक वाक्य – यदि अशोक राजनगर में रहना चाहता है तो रह सकता है।
आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक एवं परीक्षापयोगी होगी।
धन्यवाद।
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