व्याकरण किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

व्याकरण किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

व्याकरण किसे कहते हैं : आज की इस पोस्ट में हम पढ़ेंगे कि व्याकरण किसे कहते हैं, व्याकरण कितने प्रकार के होते हैं तथा व्याकरण पढ़ने से क्या लाभ होते हैं अगर आप भी जानने के इच्छुक हैं कि Vyakaran kise kahate hain (व्याकरण क्या है) तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

व्याकरण किसे कहते हैं (Vyakaran kise kahate hain)

परिभाषा: वह विद्या जिसके द्वारा हमें किसी भाषा का शुद्ध बोलना, लिखना तथा समझना आता है, व्याकरण कहलाता है।

जैसे – मोहन कॉलेज जाती है तथा उसी कॉलेज में रेखा भी पढ़ता है। (व्याकरण की दृष्टि से गलत है )

मोहन कॉलेज जाता है तथा उसी कॉलेज में रेखा भी पढ़ती है। (व्याकरण की दृष्टि से यह सही है)

व्याकरण के प्रकार (hindi vyakaran kitne prakar ke hote hain)

किसी भाषा को सीखने के लिए हमें वर्ण, शब्द, पद और वाक्य की जरूरत पड़ती है। अतः हम कह सकते हैं कि व्याकरण के 4 अंग होते हैं।

  1. वर्ण
  2. शब्द
  3. पद
  4. वाक्य

वर्ण

भाषा की सबसे छोटी इकाई (ध्वनि) को वर्ण कहते हैं। इनके टुकड़े नहीं किये जा सकते हैं।

जैसे – क, ख, ग, घ

वर्ण के 2 प्रकार होते हैं –

  1. स्वर
  2. व्यंजन

शब्द

वर्णों के उस समूह को शब्द कहते हैं जिसका कोई अर्थ निकलता हो।

जैसे – सोहन, दिल्ली, वृक्ष, राजधानी आदि।

पद

जब कोई शब्द किसी वाक्य के अर्थ को पूरा करता है, तो उसे पद कहते हैं।

वचन, लिंग, विभक्ति, काल इत्यादि की योग्यता रखने वाले शब्दों को पद कहते हैं।

जैसे – राकेश किताब पढ़ता है।

राकेश (एक वचन, पुलिंग)  पढ़ना (योग्यता)

वाक्य

शब्दों के उस समूह को वाक्य कहते हैं, जिसका सार्थक अर्थ होता है।

ऐसे शब्द समूह जिससे पूरी बात समझ में आ जाये, वाक्य कहलाते हैं।

जैसे – नेहा कॉलेज में पढ़ती है।

व्याकरण से सम्बंधित FAQ

Q. व्याकरण किसे कहते हैं इसके कितने भेद होते हैं?

Ans. वह विद्या जिसके द्वारा हमें किसी भाषा का शुद्ध बोलना, लिखना तथा समझना आता है, व्याकरण कहलाता है।

जैसे – मोहन कॉलेज जाती है तथा उसी कॉलेज में रेखा भी पढ़ता है। (व्याकरण की दृष्टि से गलत है )

मोहन कॉलेज जाता है तथा उसी कॉलेज में रेखा भी पढ़ती है। (व्याकरण की दृष्टि से यह सही है)

व्याकरण के 4 अंग/भेद होते हैं।

वर्ण

शब्द

पद

वाक्य

Q. व्याकरण किसे कहते हैं व्याकरण पढ़ने से क्या लाभ है?

Ans. व्याकरण पढ़ने से निम्नलिखित लाभ होते हैं –

  1. व्याकरण पढ़ने वाले व्यक्ति का शब्दकोश करोड़ों अरबों का हो जाता है, क्योंकि वह असंख्य शब्द अपने आप बना सकता है।
  2. व्याकरण पढ़ा हुआ मनुष्य वेद और सभी शास्त्रों का शुद्ध अर्थ करने में समर्थ होता है।
  3. व्याकरण पढ़ने वाला शब्द ज्ञान से परिपूर्ण होता है।
  4. वह लौकिक तथा वैदिक दोनों शब्दों के अर्थ का जानने वाला होता है।

निष्कर्ष

आपको यह पोस्ट व्याकरण किसे कहते हैं तथा यह कितने प्रकार के होते हैं कैसी लगी ? कमेंट करके जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करना न भूलें।

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